Post Views 11
September 15, 2020
शहर से सटे दरियापुर की गौरव कॉलोनी में रहने वाले महेश और उसके पुत्र विनीत को रविवार सुबह एक सांप ने काट लिया। परिजन उन्हें अस्पताल ले जाने के बजाय दिनभर भोपा (बायगीर) और तांत्रिकों के पास ले जाकर झाड़-फूंक करवाते रहे। लेकिन, दोनों की मौत हो गई। इस बीच, ग्रामीणों के कहने पर एक सपेरे ने उस सांप को पकड़ लिया, जिसने उन्हें काटा था।
अंधविश्वास की हद देखिए कि, इसके बाद मृतक की पत्नी ने श्मशान में ही उस सांप के सामने सिंदूर और सुहाग का सामान रखकर अपने पति और पुत्र की जिंदगी वापस मांगी। सांप ने जैसे ही उस सामग्री को सूंघा तो वहां मौजूद लोगों को लगा कि अब तो सांप मान गया है और मृतकों की जान जरूर बख्श देगा। फिर क्या था, लोग तुरंत सांप को पकड़कर चिता पर ले गए।
सांप को चिता पर छोड़कर उम्मीद करने लगे कि वह जल्दी से जाकर दोनों पिता-पुत्र का जहर वापस चूस ले। लेकिन, ऐसा नहीं हुआ। बल्कि सांप पलटकर वहां से भागने लगा। इससे गुस्साए ग्रामीणों ने उस सांप को वहीं फन कुचलकर मार दिया।सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस पिता-पत्र के शवों को चिता से निकालकर पोस्टमार्टम के लिए ले जाने लगे।
वहां मौजूद ग्रामीणों ने इसका विरोध शुरू कर दिया और शवों को नहीं ले जाने दिया। फिर दोपहर लगभग 3 बजे सदर थाना पुलिस पुनः ज्यादा जाब्ते के साथ दरियापुर में पहुंची और सपेरे और बायगीरों को खदेडा। इसके बाद शवाें का पाेस्टमार्टम कराया।
© Copyright Horizonhind 2025. All rights reserved