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July 12, 2019
ब्यावर, (हेमन्त साहू)। शहर के सूरजपोल
गेट बाहर स्थित भगवान बांकेबिहारी
मंदिर में गोवर्धन पूजा, छप्पन भोग एवं भजन
कार्यक्रम आयोजित किया गया। शुक्रवार
को नवें दिन भगवान जगन्नाथ भाई बलभद्र व बहन
सुभद्रा सहित अपने ननिहाल बांके बिहारीजी
मंदिर से अभिषेक नगर स्थित अपने निजधाम के
लिए प्रस्थान किया। रथयात्रा प्रमुख विजय
तंवर ने बताया कि गर्भ गृह में प्रभु बांके
बिहारीजी का श्रृंगार प.जितेंद्र दाधीच ने
किया। गोवर्धन पूजा प्रसंग के अनुसार
बृजभूमि में लगातार हो रही मूसलाधार
बारिश से ग्वाल बालो और बृजवासियों
को बचाने व देवराज इंद्र का घमंड चूर
चूर करने करने के लिए भगवान गिरधर
गोपाल ने गोरधन पर्वत को अपनी कनिष्का
उंगली पर छतरी की तरह उठा लिया था।
गिरिराज धरन बालगोपाल की इसी लीला
के अनुरूप गोवर्धन पर्वत को उठाते हुए
गिरधर गोपाल एवं ग्वाल बाल की झांकी
मंदिर परिसर में सजाई गई । भगवान
जगन्नाथ को अतिप्रिय सोना बेश पोशाक से
श्रृंगारीत करके छप्पनभोग का प्रसाद
लगाया गया। हीरालाल जगन्नाथ ट्रस्ट के
अध्यक्ष माणक डाणी ने बताया कि इस अवसर
पर श्यामाश्याम वंदना परिवार के
गोपाल वर्मा ने ठाकुरजी के श्रीचरणों
में भजन पुष्पांजलि अर्पित की। गायक गोपाल
वर्मा ने भावपूर्ण भजनो की प्रस्तुति दी।
खचाखच भरे मंदिर प्रांगण में गणेशप्रसाद
बुद्धिया, सुमित्रा जैथलिया, श्रवण गर्ग, कुसुम
डाणी, सुलेखा झा, प्रियंका चतुर्वेदी, प्रीति
शर्मा, ट्रस्ट के मंत्री राजेन्द्र गर्ग,सदस्य
महेंद्र सलेमबादी,सुरेश
रायपुरिया,अतुल बंसल,कांतिलाल डाणी
सहित सैकड़ों भक्त उपस्थित थे। महाआरती के
पश्चात छप्पनभोग का प्रसाद वितरित किया गया।
शुक्रवार को नवें दिन भगवान जगन्नाथ भाई
बलभद्र व बहन सुभद्रा सहित अपने ननिहाल
बांकेबिहारीजी मंदिर से अभिषेक नगर
स्थित अपने निजधाम के लिए प्रस्थान किया।
सांवरिया सेठ मंदिर पर भक्तों द्वारा
ठाकुरजी की अगुवानी की जाएगी।। अध्यक्ष
माणक डाणी ने बताया कि
बाँकेबिहारी मंदिर से ठाकुरजी को
पुन: पधारने के आग्रह के साथ मंगल विदाई
दी जाएगी। दोपहर तीन बजे से हरिनाम संकीर्तन
मंडल की ओर से भजनों की प्रस्तुति
बाँकेबिहारी मंदिर में देंगे।5.30 बजे
आरती के पश्चात ठाकुरजी निज धाम के लिए
शोभायात्रा के साथ प्रस्थान करेंगे।
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