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June 17, 2019
जयपुर. राजस्थान में 27 जून से शुरू होने वाले विधानसभा का बजट सत्र इस बार हंगामेदार रहने के आसार हैं। विपक्ष की ओर से इस बार सरकार को कानून व्यवस्था, किसान कर्ज माफी, बिजली, पानी और अपराध से जुड़े मामलों पर घेरने की पूरी तैयारियां है। इसी कड़ी में विधानसभा सत्र की तैयारी को लेकर सोमवार विधानसभा भवन में ना पक्ष लॉबी में भाजपा के विधायक दल की बैठक बुलाई गई।
बैठक में भाजपा के 73 विधायकों में से 53 विधायक शामिल हुए, बिना सूचना के अनुपस्थित विधायकों को कारण बताओ नोटिस देंगे
इसमें पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया व उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र सिंह राठौड़ सहित भाजपा के 73 विधायकों में से 53 विधायक शामिल हुए। नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि विधानसभा विधान बनाने की सभा है। पिछले कुछ वर्षों से बजट सभा बन गई है।
विधान बनाने में विधायक की अहम भूमिका और उस भूमिका का निर्वहन को किस प्रकार कर सकता है। विधायकों के प्रारंभिक चरण से लेकर हर चरण में कौन-कौन सी जरुरी बातों का जानना जरुरी है। इस संबंध में हमारे संसदीय दल ने उन विधायकों को प्रशिक्षित किया है।
रोज प्रतिदिन हम एक मुद्दे को लेकर जो कि एक ज्वलंत मुददा होगा। जिससे राजस्थान की जनता त्रस्त रही होगी। सरकार को घेरेंगे। तर्कों के आधार पर सरकार को मजबूर करेंगे कि सरकार विधानसभा के अंदर ज्वलंत समस्याओं के समाधान के बारे में अपनी राय प्रकट करेगी।
जानकारी के अनुसार विधायक दल की बैठक में बिना सूचना के अनुपस्थित रहने वाले 11 विधायकों को कारण बताओ नोटिस दिया जाएगा। इसके अलावा नौ विधायकों ने बैठक में शामिल नहीं हो पाने की सूचना पहले ही दे दी थी।
इसमें आगामी सत्र में भाजपा की रणनीति क्या रहेगी। इस बात पर पर चर्चा हुई। इसके अलावा जो विधेयक सरकार लेकर आएगी। उन पर बहस के लिए भी विशेषज्ञों से तैयारी करवाई गई। सभी विधायकों से कहा कि वे अपने क्षेत्र के तारांकित सवाल लगाएं।
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