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April 5, 2017
संयुक्त राष्ट्र अमेरिका ने पाकिस्तान आधारित जैश-ए-मोहम्मद सरगना मसूद अजहर पर प्रतिबंध लगाने के संयुक्त राष्ट्र के प्रयासो पर चीन के लगातार विरोध के बीच कहा है कि जो देश आतंकवादियों पर प्रतिबंध लगाने से रोकने के लिए वीटो का इस्तेमाल कर रहे है वे उसे कार्रवाई करने से नहीं रोक पाएंगे संयुक्त राष्ट्र मे अमेरिका की राजदूत निकी हेली ने संवाददाताओ से कहा प्रशासन इन सभी रास्तो पर विचार कर रहा है और हमने जिन कुछ चीजो पर बात की है वे प्रतिबंधो से संबंधित है और यह है कि कौन सूची मे है तथा कैसे हमे इनसे निपटना है हेली ने अप्रैल के लिए सुरक्षा परिषद की अध्यक्ष की भूमिका संभालने के बाद एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए यह टिप्पणी की है उनसे आतंकवादियों खास तौर से दक्षिण एशिया क्षेत्र के आतंकवादियो को संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंधो के तहत लाने के प्रयासो और कैसे अन्य स्थायी सदस्य वीटो की शक्ति का इस्तेमाल कर इन प्रयासो को रोक रहे है इसके बारे मे पूछा गया था हेली ने कहा कि ऐसे लोग है जो कुछ मुद्दो पर वीटो करते है लेकिन यह अमेरिका को कार्रवाई करने से नही रोकता है और निश्चित तौर पर हमे इससे नही रोकता कि क्या हम इसमे बदलाव कर सकते है अमेरिका चाहता है कि यह सुनिश्चित किया जाए कि वह परिणाम की ओर बढ़ रहा है और चुपचाप नही बैठा है और चीजों को ऐसे ही चलते रहने नहीं दे सकता चीन ने सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्य के रूप में पाकिस्तानी आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के मुखिया मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र के आतंकवादियो की सूची मे शामिल किए जाने के खिलाफ वीटो का इस्तेमाल किया थ गौरतलब है कि मसूद भारत मे पठानकोट वायुसेना अड्डे पर हुए आतंकवादी हमले का साजिशकर्ता है। इसके अलावा मुंबई मे 2008 मे हुए आतंकवादी हमले के मुख्य साजिशकर्ता जकी-उर-रहमान लखवी को पाकिस्तान द्वारा रिहा किए जाने के समय भी चीन ने पाकिस्तान का बचाव किया था जबकि लखवी पहले से संयुक्त राष्ट्र के आतंकवादियों की सूची में शामिल है। मुंबई हमले मे 160 से अधिक लोगो की मौत हुई थी
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