Post Views 741
May 17, 2018
त में 1996 में सत्ता गवाने के बाद भाजपा ने 1998 में वापसी की। तब से अभी तक उसकी सरकार है
- भाजपा ने पिछले एक साल में बड़ी पार्टी न होते हुए 3 राज्यों में सत्ता हासिल की
बेंगलुरु. कर्नाटक में नतीजे आने के 24 घंटे बाद भी सरकार पर सस्पेंस बरकरार है। सत्ता भाजपा को मिलेगी या कांग्रेस और जेडीएस मिलकर सरकार बनाएंगे, इस पर फैसला राज्यपाल वजूभाई वाला को लेना है। खास बात ये कि 22 साल पहले जेडीएस मुखिया और तत्कालीन प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा ने राष्ट्रपति से गुजरात की विधानसभा भंग करने की सिफारिश की थी और भाजपा को वहां सत्ता से बाहर होना पड़ा था। उस वक्त वजूभाई वाला गुजरात में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष थे। अब वे कर्नाटक के राज्यपाल हैं और उन्हें फैसला करना है कि सरकार बनाने का न्योता किसे दिया जाए।
1996 में गुजरात में भाजपा सरकार पर देवेगौड़ा ने लिया था फैसला
- भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव राममाधव ने अपनी फेसबुक पर एक पोस्ट शेयर की है। इसमें उन्होंने 1996 की एक राजनीतिक घटना का जिक्र किया।
- उन्होंने लिखा- "बात 1996 की है जब एच डी देवेगौड़ा प्रधानमंत्री थे और वजूभाई वाला उस समय गुजरात भाजपा के अध्यक्ष थे। गुजरात में भाजपा की सरकार थी और भाजपा नेता शंकर सिंह वाघेला ने पार्टी छोड़ने का ऐलान किया था। गुजरात में भाजपा सरकार को बहुमत साबित करना था, लेकिन विधानसभा में काफी हंगामा हुआ। विपक्ष को विधानसभा अध्यक्ष ने सदन से बाहर कर दिया। इसके बाद राज्यपाल ने विधानसभा को भंग करने की सिफारिश केन्द्र से कर दी थी और तत्कालीन प्रधानमंत्री देवेगौड़ा ने विधानसभा भंग करने की सिफारिश राष्ट्रपति से कर दी। 22 साल पहले ये फैसला देवेगौड़ा ने लिया था। इसके बाद भाजपा को सत्ता गवानी पड़ी।"
© Copyright Horizonhind 2024. All rights reserved