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April 3, 2017
एक पुराणिक कहावत है की - अल्प ज्ञान अती भयंकुरु अर्ताथ - कम ज्ञान बहुत खतरनाक वस्तु है | जो की इन दिनों साफ़ साफ़ दिखाई दे रहा है जब एक सिरफिरा राजनेता भगवान् कृष्णा की तुलना एक काल्पनिक पात्र से करता है और उत्तर प्रदेश के मुख्य मंत्री आदित्यनाथ योगी के महिला सुरक्षा को लेकर उठाये गए सराहनीय कदम को लेकर सोशल मीडिया पर यह कह बैठता है की - रोमियो ने तो एक महिला से प्यार किया था जबकि भगवान् कृष्णा ने १६००० महिलाओं से तो क्यूँ न एंटी रोमियो स्क्वाड का नाम एंटी कृष्णा स्क्वाड रख दिया जाए | यह साफ़ दर्शाता है की इस देश में राजनेताओं की अपनी ही संस्कृति को लेकर समझ कितनी पानी में है | शायद वह महानुभाव यह भूल गए की भगवान् कृष्णा ने यह कदम किन परिस्थितियों में उठाया और इसके पीछे कौनसी लोक कल्याण की भावना थी | भगवत पुराण में इस प्रसंग को लेकर साफ़ साफ़ लिखा है जब दैत्य नरकासुर ने तीनो लोकों में त्राहि त्राहि मचाते हुए देवताओं के रजा इंद्र की माता अदिति के कुंडल चुरा लिए और पृथ्वी लोक के राजाओं को परास्त कर उमकी १६००० बेटियां हरण कर अपने साथ मणिपर्वत ले गया तब देवराज इंद्र भगवान्स कृष्णा के पास पहुंचे और उनसे रक्षा की गुहार की | जिस पर भगवान् कृष्णा और सत्यभामा गरुड़ पर सवार होकर मणिपर्वत पहुंचे और नरकासुर का वध कर सभी १६००० स्त्रियों को उसके कब्जे से आज़ाद किया |सभी स्त्रीयों ने यह कह कर भगवान् कृष्णा से गुहार की और विनती करते हुए कहा की अब हम सभी को पृथ्वीलोक में जाकर पुरे समाज का सामना करना पड़ेगा और हमें कोई भी स्वीकार नहीं करेगा क्योंकि हम एक असुर द्वारा हरण कर लायी गयी है और हमें समाज गलत द्रिष्टी से देखेगा |जिस पर भगवान् कृष्णा ने उन सभी को अपना नाम देकर लोकलज्जा से रक्षा करने के मंतव्य से अपनी पत्नीयां स्वीकार किया | ऐसी स्वच्छ भावना की तुलना एक अंग्रेज़ी प्रेमकथा से कर इस तरह का निर्लज बयान देना बहुत शर्मनाक है |बिना पूर्ण ज्ञान के बस राजनीति चमकाने के लिए इतना गैर जिम्मेदाराना बयान देना भला कहाँ तक वाजिब है ? वैसे भी रोमियो जूलिएट को आज तक उनके अपने ही देश में भगवान् यीशु के समकक्ष दर्जा प्राप्त नहीं है, जबकि भगवान् कृष्णा को पूरा विश्व लार्ड कृष्णा कह कर ही संबोधित करता है | यानी की भगवान् कृष्णा की तुलना विलियम शेक्सपीयर के एक काल्पनिक पात्र से करना तो शायद शेक्सपीयर के खुद के देश में भी संभव नहीं होगा | फिर भी हमारे समझदार राजनेता ऐसा चमत्कार इस देश में इसीलिए कर पाते हैं क्यूंकि यहाँ पर क़ानून व्यवस्था बड़ी लचर है और बड़ी आसानी से इस तरह के लोग कुछ भी बकवास कर के लाखों लोगो का दिल दुखाने में सक्षम हैं | और क्यूँ न हो जब ऐसी बात करने वाला खुद ही कानून का खिलाड़ी है | अंत में गाज़ियाबाद निवासी मुकेश मित्तल को इस सिरफिरे को थप्पड़ मारने वाले को एक लाख रुपया इनाम देने की घोषणा हेतु साधुवाद दिए बिना इस लेख का कोई महत्त्व नहीं होगा |और बहुत जल्द ही उनकी इस पुनीत पहल का पूरा देश स्वागत करता नज़र आएगा | खैर जो भी हो भगवान् कृष्णा सब कुछ बड़ी सरलता से देख रहे है और शीघ्र ही इस समझदार प्राणी का इलाज खुद ब खुद होता हुआ दिखाई देगा |
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