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December 29, 2017
अलवर जिले से होकर गुजर रहे दिल्ली-जयपुर रेलवे ट्रैक पर आए दिन सुसाइड और ट्रेन की चपेट में आने से लोगों की मौत हो रही है. यह ट्रैक मौत का ट्रैक बनता जा रहा है. इस ट्रैक पर अलवर शहर के आसपास एक दर्जन जगह तो सुसाइड किलर पॉइंट बन चुके हैं, जहां करीब 20 लोग एक ही स्थान पर सुसाइड कर चुके हैं. अकेले जीआरपी थाना अलवर क्षेत्र के अन्तर्गत 493 लोगों की मौत हो चुकी है. जीआईपी थाना क्षेत्र के बाहर पुलिस थाना क्षेत्रों में भी तीन साल में सैकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है. रेलवे ट्रैक पर मौत और सुसाइड का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है जो चिंता का विषय बना हुआ है. जीआरपी थाने में दर्ज आंकड़ों पर गौर करने से पता चलता है ट्रेन की चपेट में आने या सुसाइड करने वाली महिलाओं की तुलना में पुरुषों की संख्या कई गुना अधिक है.
अलवर शहर के दाउदपुर फाटक, शांतिकुंज स्थित बीज गोदाम के पास पुलिस ऐसे सुसाइड किलर पॉइंट बन चुके हैं जहां साल में 10 से 20 लोग एक ही स्थान पर मौत के घाट उतर चुके है. इसके अलावा मोबाइल लीड लगा कर रेलवे ट्रैक पर चलने से युवा हादशे का शिकार हो रहे है.
अलवर जिले के जीआरपी थाने के क्षेत्र के बाहर के मामले जिला पुलिस थानों में दर्ज होते हैं. इससे यह आंकड़ा जिले भर में एक हजार के करीब पहुंचता है.
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