Post Views 791
December 20, 2017
प्रदेश के चहुँमुखी विकास के लिए मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे की मंशा के अनुरूप संचालित बहुद्देश्यीय गतिविधियों की बदौलत आज राजस्थान देश में बहुमुखी विकास के मामले में सिरमौर है।
राजस्थान के लिए यह गौरव की बात है कि लोक कल्याण और सामुदायिक उत्थान की कई योजनाओं की आशातीत सफलता से अभिभूत होकर दूसरे राज्य भी इनका अनुकरण कर रहे हैं। प्रदेश भर में छोटे-बड़े कस्बों, शहरों और महानगरों से लेकर ग्रामीण अंचलों और दूरदराज के इलाकों तक विकास का मंजर दिखाई देने लगा है।
हाल के चार वर्ष में मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे की पहल और राज्य सरकार के अनथक प्रयासों के साथ ही जन प्रतिनिधियों की भागीदारी व जन सहभागिता ने मिलकर आज राजस्थान को तीव्र प्रगतिशील प्रदेश के रूप में स्थापित करने के साथ ही कई मामलों में खास पहचान दी है।
प्रदेश में इस अवधि में नगरीय विकास की गतिविधियों ने मूर्त रूप लेते हुए शहरों को बुनियादी लोक सुविधाओं से सम्पन्न बनाया है और योजनाबद्ध विकास के साथ ही शहरों के सुन्दरीकरण के क्षेत्र में सुनहरे आयाम स्थापित किए हैं। इन गतिविधियों का ही नतीजा है कि प्रदेश के शहरों और महानगरों का निखरा हुआ स्वरूप मन मोहने लगा है।
प्रदेश का राजसमन्द शहर हाल के वर्षों में हुए उल्लेखनीय विकास के कारण नगरीय सौन्दर्य की बेमिसाल छवि पेश कर रहा है। शहर में बहुआयामी विकास के साथ ही जन सुविधाओं और सामुदायिक उपयोगिता के संसाधनों तथा लोक सेवाओं की दृष्टि से हाल के चार वर्ष ढेरों उपलब्धियों का दिग्दर्शन कराने वाले रहे हैं।
राजसमन्द शहर में ठोस कचरा निस्तारण के तहत 93 लाख रुपये से लेण्डफिल ट्रेन्च निर्माण, ऑफिस भवन, टॉयलेट ब्लॉक, नलकूप, आन्तरिक एवं लिंक सड़क निर्माण, नाली निर्माण, स्ट्रीट लाईट इत्यादि कार्य पूर्ण किए गए हैं।
शहरी गौरव पथ के अन्तर्गत 2.50 करोड़ रुपये की लागत से नेशनल हाईवे-758 श्रीजी अस्पताल से धोईन्दा बस स्टेण्ड तक 1700 मीटर गौरव पथ निर्माण कार्य सार्वजनिक निर्माण विभाग के माध्यम से करवाया जा रहा है। राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के अन्तर्गत 50 लाख रुपये की लागत से धोईन्दा बस स्टेण्ड के पास आश्रय स्थल तथा रेन बसेरा के निर्माण कार्य को पूर्ण कर लिया गया है।
शहर में 13.93 करोड़ रुपये की लागत से परिषद के विभिन्न वाडाेंर्ं में 59.66 किलोमीटर की नवीन सड़कों का निर्माण कार्य करवाया गया। 2.48 करोड़ रुपये की लागत से राजनगर/कांकरोली सब्जी मण्डी निर्माण कार्य लगभग पूर्ण हो चुका है तथा राजनगर सब्जी मण्डी का कार्य 60 प्रतिशत पूर्ण हो चुका है। जिला कलक्ट्रेट के सामने 78 लाख रुपये की लागत से अमर जवान ज्योति स्मारक तथा पार्क निर्माण कार्य प्रगतिरत है।
कांकरोली में 65 लाख रुपये की लागत से फूड कोर्ट सेन्टर का निर्माण कार्य प्रगतिरत है। 86 लाख रुपये की लागत से मोही रोड पर गौशाला की चार दीवारी तथा महिला स्नानघरों का निर्माण कार्य पूर्ण किया गया। 3.84 करोड़ रुपये के बजट से परिषद द्वारा विभिन्न वाडोर्ं में 37.84 किलोमीटर की सड़कों, 12.60 किलोमीटर के नाली/नालों तथा सार्वजनिक भवनों के रखरखाव हेतु कार्य करवाये गये।
परिषद क्षेत्र में एलईडी लाईट व विद्युत लाईन विस्तार कार्य के लिए 6.60 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की गई, जिसमें से सर्वे कार्य पूर्ण कर लिया गया है तथा 97 प्रतिशत एलईडी लाईट लगा दी गई है व शेष का कार्य प्रगतिरत हैं। मेन्टेनेन्स का कार्य भी अनुबंधित कम्पनी द्वारा किया जा रहा है तथा परिषद क्षेत्र में 9 किलोमीटर विद्युत लाईन का विस्तार कार्य करवाया गया तथा ट्रेफिक सिग्नल लाईट एवं हाईमास्क आदि लगवाये गये हैं।
स्वच्छ भारत मिशन के अन्तर्गत सोलिड वेस्ट मैनेजमेन्ट के लिए घर-घर कचरा संग्रह, परिवहन व निस्तारण के लिए 10 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की गई है। प्रोसेसिंग प्लान्ट लगाने हेतु एक हैक्टेयर भूमि की किराया लीज जारी कर दी गई है। 10 करोड़ रुपये का प्रोसेसिंग प्लान्ट का कार्य प्रगतिरत है। प्लान्ट की स्थापना उपरान्त राजसमन्द एवं नाथद्वारा शहर से संग्रहित कचरे से कम्पोस्ट खाद एवं आरडीएफ उत्पन्न की जा सकेगी एवं शहरी कचरे का व्यवस्थित रूप से निस्तारण हो सकेगा।
घर-घर कचरा संग्रहण हेतु परिषद द्वारा समस्त वाडोर्ं में घर-घर कचरा संग्रहण किया जा रहा है। शहर की सफाई व्यवस्था के लिए 40 लाख रुपए व्यय कर 12 ऑटो टीपर एवं कन्टेनर क्रय किए गए हैं। स्वच्छ भारत मिशन के अन्तर्गत घर-घर शौचालय निर्माण के लिए 1.32 करोड़ रुपये की धनराशि का प्रावधान किया गया। स्वच्छ भारत मिशन के अन्तर्गत 66 लाख रुपये की लागत से परिषद क्षेत्र में कुल तीन सामुदायिक शौचालय निर्माण कार्य पूर्ण कर लिए गए हैं जबकि तीन सामुदायिक शौचालयों का रिनोवेशन कार्य किया गया है।
शहर में सीवरेज, ड्रेनेज व पेयजल विकास के कार्य लगभग पूर्ण हो चुके हैं तथा परिषद द्वारा सीवेरज कनेक्शन का कार्य आरंभ कर दिया गया है। मुख्यमंत्री जन आवास योजना 2015 के अन्तर्गत 40.39 करोड़ का कार्यादेश फर्म को जारी कर दिया गया है। जिसके तहत पुलिस लाईन के पीछे 4 हैक्टेयर भूमि पर राविल द्वारा ई.डब्ल्यु.एस. केटेगरी के 608 एवं एल.आई.जी. केटेगरी के 464 फ्लेट, कुल 1072 फ्लेट्स का निर्माण कार्य करवाया जाना है। फ्लेट आवंटन हेतु 1227 आवेदन प्राप्त हुए हैं। पात्र 734 आवदेकों को कम्प्यूटराईज लॉटरी के माध्यम से फ्लेट का आवंटन कर दिया गया है।
झील और उद्यान विकास
नौ-चोकी पाल पर उद्यान विकास कार्य के लिए 3.25 करोड़ रुपये की स्वीकृति से विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार की गई तथा एएसआई विभाग द्वारा सम्बन्धित फर्म को कार्यादेश जारी कर दिया गया है। सिंचाई विभाग गार्डन पर विकास एवं झील में फ्लोटिंग फाउण्टेन लगाने का कार्य एवं ओपन एयर जीम लगाने एवं उद्यान विकास कार्य के लिए 63 लाख रुपये की राशि स्वीकृत की गई। जिसके अन्तर्गत परिषद द्वारा सिंचाई विभाग गार्डन में विद्युत व्यवस्था में 10 लाख, सी.सी. सड़क निर्माण में 25 लाख रुपये के कार्य करवाये गये एवं तीन उद्यानों में 13 लाख रुपये की लागत से ओपन एयर जीम के उपकरण लगवाये गये।
राजसमन्द झील में 33 लाख रुपये की लागत से दो फ्लोटिंग फाउण्टेन लगाए गए हैं तथा एक और फ्लोटिंग फाउण्टेन के लिए निविदा जारी की गई है। 1.25 करोड़ रुपये की स्वीकृति से नेशनल हाईवे आठ से अन्नपूर्णा माताजी मन्दिर तक सड़क निर्माण कार्य प्रक्रियाधीन है। 38 लाख रुपये की स्वीकृति से राजसमन्द झील के किनारे पर जलधरा घाट का निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया गया है। शहर में परिषद क्षेत्र में 2.37 करोड़ रुपये की लागत से कुल 19 सामुदायिक भवनों का निर्माण कार्य करवाया गया।
इसी प्रकार 1.10 करोड़ रुपये की राशि की स्वीकृति से परिषद के मुख्य चौराहों, सड़कों एवं डिवाईडरों के मरम्मत एवं सुन्दरीेकरण का कार्य करवाया गया एवं कुछ कार्य प्रगतिरत है। 2.35 करोड़ रुपये के बजट से पर्यावरण सुधार के तहत धोईन्दा तलाई के चारों ओर रिंग रोड निर्माण के लिए कार्यादेश जारी कर दिया गया है जिसका कार्य प्रगतिरत है। गन्दे पानी की निकासी हेतु नाला निर्माण कार्य की निविदा आमन्ति्रत की गई है।
शहर में 1.10 करोड़ रुपये की लागत से कांकरोली बस स्टोप निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया गया है तथा राजनगर नया बस स्टेण्ड का निर्माण कार्य प्रगतिरत है। मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन योजना के अन्तर्गत 73 लाख रुपये की स्वीकृति से प्रथम चरण में तीन बावड़ियों का जीर्णोद्धार करवाया गया तथा 20 सरकारी भवनों में रूफ टॉप वाटर हार्वेस्टिंग संरचना का निर्माण किया गया।
इसके अलावा गढ़वाला ब्लॉक में वन विभाग के माध्यम से 5 एकड़ वन भूमि पर शहरी वनीकरण का कार्य करवाया गया। इसके अलावा योजना के द्वितीय चरण में चार सरकारी भवनों में रूफ टॉप वाटर हार्वेस्टिंग संरचना का निर्माण तथा दो बावड़ियों का जीर्णोद्धार कार्य 33 लाख रुपये की लागत से करवाया गया।
गरीब व असहाय परिवारों के लिए कपड़े व खिलौने, जूते इत्यादि निःशुल्क उपलब्ध कराने की दृष्टि से कांकरोली मुख्य डाकघर के पास खुशी बैंक की स्थापना की गई है तथा फुटपाथ पर रहने वाले मजदूर वर्ग के गरीब लोगों को सस्ता भोजन उपलब्ध कराने हेतु अन्नपूर्णा रसोई वैन का संचालन आरंभ कर दिया गया है।
दीनदयाल उपाध्याय राष्ट्रीय आजीविका मिशन के अन्तर्गत कमजोर आय वर्ग के 107 युवा बेरोजगारों को स्वरोजगार हेतु 85.91 लाख रुपये का ऋण वितरण किया गया है तथा 43 युवा बेरोजगारों को विभिन्न व्यवसाय क्षेत्र में प्रशिक्षण दिया गया है। जिन्हें व्यवसाय हेतु आवश्यक वित्तीय सहायता उपलब्ध करायी जाएगी। 1.46 करोड़ रुपये के बजट से शहर के विभिन्न 16 श्मशान घाट/कब्रिस्तानों के विकास कार्य करवाए गए। जिले के देवगढ़, आमेट एवं नाथद्वारा में नगरपालिका द्वारा शहरी विकास के क्षेत्र में इस अवधि में खूब सारे काम किए गए हैं जिनका लाभ शहरवासियों को प्राप्त हो रहा है।
नगर परिषद के सभापति श्री सुरेश पालीवाल का मानना है कि राजसमन्द शहर के समग्र विकास और जन सुविधाओं में बढ़ोतरी के साथ ही नगरीय विकास के तमाम आयामों के मद्देनज़र बेहतरीन कार्य किए गए हैं और शहरी विकास का सुन्दर दिग्दर्शन हो रहा है। आने वाले समय में राजसमन्द का स्वरूप और अधिक निखरेगा तथा शहरवासियों को अपने नगर पर गौरव का अहसास होगा।
© Copyright Horizonhind 2024. All rights reserved