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November 26, 2017
झुंझुनूं के देरवाला पहाड़ी संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने जिला कलेक्टर दिनेशकुमार यादव से मुलाकात कर उन्हें 27 नवंबर को प्रस्तावित आंदोलन के बारे में जानकारी दी. समिति अध्यक्ष दिनेश सुंडा तथा संरक्षक देरवाला सरपंच रेखादेवी के नेतृत्व में मिले पदाधिकारियों ने जिला कलेक्टर को चेताया कि वे किसी भी सूरत में बायो-सॉलिड वेस्ट ट्रीटमेंट प्लांट नहीं लगने देंगे.
जिला कलेक्टर दिनेशकुमार यादव ने भी पहली बार ग्रामीणों को आश्वस्त किया है कि उनकी भावनाओं के विपरित कोई भी कार्य नहीं होगा. प्रशासन जो कदम उठाएगा वह उनसे बातचीत कर ही लिया जाएगा. सुंडा ने बताया कि इस मामले में न केवल प्रभावित 30 गांवों के लोग, बल्कि शहर के लोग भी उनके साथ हैं. उन्होंने कहा कि नगर परिषद के तीन साल पूरे होने पर बोर्ड गठन के दिन को काला दिवस के रूप में मनाया जाएगा.
इधर, संघर्ष समिति द्वारा गांव-गांव के अलावा शहर में जनसंपर्क भी शुरू कर दिया है. मामले को लेकर पहली बार सभापति सुदेश अहलावत ने कहा है कि नगर परिषद नहीं चाहती कि कहीं पर भी जबरदस्ती प्लांट लगाया जाए. उन्होंने कहा कि कुछ नेता अपनी राजनीति चमकाने के लिए मनगंढत बातें कर रहे हैं जिन्हें ग्रामीणों को भी समझना चाहिए. उन्होंने कहा कि बताया जा रहा है कि ये प्लांट लगने से बीमारियां फैलेंगी और विकास रुक जाएगा.
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